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Tuesday, 30 June 2015

दो चाचाओं ने मिलकर लूटी भतीजी की इज्ज्त ...........

पाकबड़ा। क्षेत्र के करनपुर गांव में दो सगे चाचाओं ने अपने रिश्ते को शर्मसार करते हुए अपनी सगी भतीजी की ईज्जत को तार-तार कर दिया। पीड़ित भतीजी ने दोनों आरोपी चाचाओं के खिलाफ पुलिस थाने में शिकायत दी है। पुलिस ने मामले की जांच में ले लिया है।
जानकारी के अनुसार पीड़ित किशोरी रात को अपनी मां के साथ घर के बाहर सो रही थी, कि देर रात को दोनों चाचा दबे पांव आए और किशोरी को उठाकर कमरे में ले गए। जहां उन्होंने उसके साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया तभी किशोरी की आंख खुल गई और उसने शोर मचा दिया। आरोपी धमकी देकर फरार हो गए।
पाकबड़ा एसओ ओमकार सिंह ने बताया कि दोनों परिवारों के बीच तीन माह पहले जमीन को लेकर विवाद हो गया था। मामले की जांच के बाद रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी। फिलहाल पीड़िता के बयान दर्ज कर लिए गए हैं।
- By PAtrika

.कोल्ड ड्रिंक पीने वाले हो जाएं सावधान....................!

नई दिल्‍ली (29 जून):अगर आप निंरतर कोल्‍ड ड्रिंक का सेवन करते हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद ही जरूरी हो सकती है। क्‍योंकि हार्वर्ड विवि में किए गए एक सर्वे में इस बात की पुष्टि हुई हैं कि कोल्ड ड्रिंक पीने से डायबिटीज, हृदय रोग तथा शरीर में गांठें बनने का खतरा बढ़ जाता है।
कोल्ड ड्रिंक का कोई भी स्वास्थ्यकारी लाभ मनुष्य की सेहत पर नहीं होता। किसी भी कोल्ड ड्रिंक कंपनी ने भी अब तक किसी कोल्ड ड्रिंक से स्वास्थ्य पर होने वाले फायदों का दावा नहीं किया है। एक 300 एमएल की कोल्ड ड्रिंक बोतल में 40 ग्राम चीनी होती है। इसको पीने के बाद व्यक्ति की रोजाना की अतिरिक्त चीनी की आवश्यकता लगभग दो गुना तक पूरी हो जाती है। इसके बाद व्यक्ति जो भी चीनी लेता है, उससे नुकसान ही होता है। साथ ही इन पेय पदार्थों में कैफीन भी होता है।
चीनी और कैफीन दोनों हमारे स्वास्थ्य के लिए नुकसान देह हैं। इसमें ड्रिंक तो है नहीं बस ये तो कोल्ड और शुगर ही है। अगर कोई 250 एमएल कोल्ड ड्रिंक पी लेता है तो उसकी लगभग दिनभर की शुगर की जरूरत पूरी हो जाती है। फिर जब वह कुछ भी मीठा खाएगा तो उसके तो नकरात्मक असर होने ही हैं। जबकि अगर हम लागत के पैमाने पर देखें तो यह लगभग 100 एमएल दस रुपये में आता है। जबकि इसमें लागत के नाम पर चीनी, पानी और कैफीन के अलावा कुछ भी नहीं आता। जहां इन कंपनियों प्लांट होते हैं वहां ये जमीन से पानी निकालते हैं। शिकंजी, लस्सी और जूस आदि तमाम स्वास्थ्यकारी विकल्प उपलब्ध है।

दृश्यम के लिए इसलिए चुना अजय देवगन को........!


बॉक्सर मेवेदर की फरारी बिकाऊ.......!

जबसे अमेरिकन बॉक्सर मेवेदर ने अपनी लिमिटेड एडिशन कार फरारी एन्जो बेचने की घोषणा की है, दुनिया भर के रईसों में इसे खरीदने की होड़-सी मच गई है। और यह भी तब, जब इस कार की कीमत करीब 24 करोड़ रुपये आंकी गई है।

इस तरह की दुनिया में ज्यादा से ज्यादा 400 कारें मौजूद है। फरारी एन्जो को फॉर्म्युला 1 टेक्नॉलजी का एक बेहतरीन उदाहरण माना जाता है।

यह दो-सीटर कार 2002 में लॉन्च हुई थी। इस कार में 5998सीसी का वी12 इंजन लगा है, जिससे 660एचपी की पावर पैदा होती है।
यह शानदार कार 0 से 100 किमी/घंटा की रफ्तार सिर्फ 3.65 सेकंड्स में पा लेती है। फरारी एंजो की टॉप स्पीड 350 किमी/घंटा है।
कार की डिजाइन भी काफी इनोवेटिव है और इस कार को परफॉर्मेंस बेस्ड बनाया गया है। यही वजह रही कि कंपनी ऐसी जबर्दस्त कार बनाने में सफल हुई।
इस कार के फ्रंट को फॉर्म्युला 1 कारों के नोज कोन से प्रेरणा लेकर बनाया गया है।
इस कार को थोड़ा हल्का और कॉम्पैक्ट साइज में बनाया गया है। इसके स्टीयरिंग वील में कार्बन-फाइबर की सतह लगाई गई है। यहां तक की रेसिंग सीट का स्ट्रक्टर भी कार्बन फाइबर से बनाया गया है।

इस कार की बैकरेस्ट और सीट साइज राइडर के बॉडी साइज के हिसाब से फिट हो जाती हैं। इस तरह से ड्राइवर को मिलती है पर्फेक्ट ड्राइविंग पजीशन।

'शहीद बनने के लिए इंदिरा ने की थी व्यवस्थित आत्महत्या'......!

नवनीतलाल शाह के मुताबिक इंदिरा गांधी ने 'व्यवस्थित आत्महत्या' क्यों की थी, फोटो पर क्लिक करके जानें...
अहमदाबाद

गुजरात हाई कोर्ट ने एक ऐसी याचिका रद्द कर दी है, जिसमें 1984 में हुई देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या को एक 'व्यवस्थित आत्महत्या' करार दिए जाने की मांग की गई थी। याचिका में कहा गया कि इंदिरा अपने बेटे राजीव गांधी को अगला पीएम बनाना चाहती थीं और इसलिए उन्होंने पूरे प्लान के साथ आत्महत्या की थी।

रोचक बात यह है कि यह याचिका 1986 में दायर की गई थी और तब से इस पर कोई सुनवाई नहीं हुई थी। सोमवार को इस याचिका पर पहली बार सुनवाई हुई और चीफ जस्टिस वीएम सहाय और जस्टिस आरपी धोलारिया की बेंच ने इसे खारिज कर दिया। इस मामले को भुला दिया गया था। यहां तक कि सरकारी वकील के पास भी इस याचिका की कॉपी नहीं है।

घटलोडिया के निवासी नवनीतलाल शाह ने जस्टिस दवे कमिशन से इंदिरा गांधी की हत्या को आत्महत्या करार दिए जाने की मांग की थी। इंदिरा गांधी के हत्याकांड को व्यापक स्तर पर देखने वाले शाह के मुताबिक इंदिरा गांधी जानती थीं कि उनके ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते वह अगले चुनाव में भाग नहीं ले पाएंगी।

शाह मानते हैं कि इंदिरा पाकिस्तान के जुल्फिकार अली भुट्टो की तरह सजा मिलने से बचना चाहती थीं। ऐसे में उनकी राजनीतिक ताकत के स्वाभाविक उत्तराधिकारी राजीव गांधी ही थे और इंदिरा उन्हें इसी तरह से राजनीति में लाना चाहती थीं। शाह अपनी इस दलील को कई अदालत और सरकारी अधिकारियों के सामने पेश कर चुके हैं।

पिछले तीन दशकों से शाह के ठिकाने के बारे में कोर्ट को जानकारी नहीं है और याचिका दायर करने के बाद शाह कभी इस याचिका की सुनवाई की अर्जी लेकर भी अदालत नहीं आए। शाह की याचिका में कहा गया है कि इंदिरा ने 'शहीद' का तमगा हासिल करने के लिए यह पूरा मामला रचा था। इससे उनके बेटे राजीव को लोगों की सहानभूति मिल जाती कि उनकी मां ने 'देश के लिए बलिदान' दिया। इस याचिका को खारिज कर दिया गया है।
by NBT

Monday, 29 June 2015

जापानी युवतियां दीवानी हैं'' इस 'हैंडसम गुरिल्ले' की......

किसी हीरो को लेकर महिलाओं की दीवानगी के बारे में तो आपने खूब सुना होगा, लेकिन जापान में महिलाएं इन दिनों एक गुरिल्ले की दीवानी हैं। यहां तक कि शाबानी नाम के इस गुरिल्ले को 'हैंडसम गुरिल्ला' कहा जाने लगा है | ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर के टारोंगा चिड़ियाघर से शाबानी को 2007 में जापान हिगाशियामा में लाया गया था। जू के अधिकारियों ने कहा कि शाबानी को चिड़ियाघर में लाए जाने के बाद से यहां आने वाले लोगों की संख्या में खासा इजाफा हुआ है। खासतौर पर महिलाएं इस हैंडसम गुरिल्ले की एक झलक पाने को चिड़ियाघर में उमड़ रही हैं। 

शाबानी की लोकप्रियता टि्वटर पर उसकी तस्वीरें जारी किए जाने के बाद से काफी बढ़ गई है। इन तस्वीरों में लोगों ने शाबानी को बेहद हैंडसम गुरिल्ला करार दिया था। टि्वटर पर शाबानी को 'आईके मैन' कहा जा रहा है, जिसका मतलब होता है खूबसूरत आदमी। टारोंगा जू के सीनियर अधिकारी अलान स्किमिड ने बताया कि शाबानी को 1996 में उसके जन्म के दो महीने बाद ही उसके परिवार समेत नीदरलैंड से ऑस्ट्रेलिया लाया गया था। 

जापान में शाबानी की दीवानगी के बारे में पूछे जाने पर अलान ने कहा कि यह आश्चर्य की बात नहीं है क्योंकि जापानी काफी क्रेजी होते हैं और सुंदरता को पहचानते हैं। अलान के मुताबिक 2007 में ऑस्ट्रेलिया में भी उसकी अकेले घूमते हुए एक तस्वीर वायरल हुई थी। 18 साल के शाबानी को तीन मादा गुरिल्लाओं के साथ 2007 में जापान भेजा गया था।

जापान में इन दिनों शाबानी की कई तरह के अंदाज वाली तस्वीरें वायरल हो रही हैं। एक महिला ने टि्वटर पर लिखा, 'मैं हिगाशियामा चिड़ियाघर गई थी। सच में हॉट शाबानी बेहद हैंडसम है।' एक अन्य महिला ने शाबानी की तस्वीर पोस्ट करते हुए कैप्शन में लिखा, 'जू में मौजूद शाबानी हैंडसम गुरिल्ला के नाम से मशहूर है।'
By NBT

जीएम ने कर्मचारी को दी तालिबानी सजा, काट दी अंगुली |

शाहजहांपुर। एक होटल के जनरल मैनेजर ने अपनी कर्मचारी को तालिबानी सजा देते हुए उसके हाथ की अंगुली ही काट दी। मैनेजर ने कर्मचारी पर चोरी का आरोप लगाया था। घायल कर्मचारियों को होटल स्टाफ ने अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी कटी अंगुली को फिर से जोड़ दिया गया। वहीं पुलिस ने होटल जीएम के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
नौकरी से निकालना चाहता था जीएमः पीड़ित
पीडित का कहना है कि होटल जीएम उसे नौकरी से निकालना चाहता था, जिसके चलते वह उस पर लगातार दबाव बना रहा था। पीडित का कहना है कि जीएम ने उस पर सिलेंडर चोरी का आरोप लगाया और फिर उसकी अंगुली काट दी। मामला थाना सदर बाजार क्षेत्र के होटल रॉयल पन्ना का है। यहां स्टोर कीपर की नौकरी करने वाले त्रिलोक सिंह पर होटल के जीएम नागेंद्र राय ने गैस सिलेंडर चोरी करने का आरोप लगाते हुए उसकी जमकर पिटाई की। इसके बाद नागेंद्र ने चाकू से उसके बाएं हाथ की उंगली काटकर अलग कर दी।
त्रिलोक सिंह को होटल का बाकी स्टाफ कटी हुई उंगली के साथ डॉक्टर के पास ले गए, जहां उसकी उंगली को जोड़ दी गई। वहीं, थाने पर शिकायत करने पर पुलिस ने होटल मालिक के रसूख के चलते मामला दर्ज करने से इनकार कर दिया था। हालांकि मामला बढ़ता देख पुलिस को एक्शन लेना पड़ा। वहीं आरोपी जीएम नागेंद्र राय फरार बताया जा रहा है।
घायल कर्मचारियों को होटल स्टाफ ने अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी कटी अंगुली को फिर से जोड़ दिया गया






- By Patrika

Sunday, 28 June 2015

कंगना रनौत : जब मैं इंडस्ट्री में आई थी, तब मैं फंस गई थी.

मुंबई। बॉलीवुड की क्वीन कंगना रनौत के सितारों इन दिनों बुलंदी पर हैं। उनकी फिल्म "तनु वेड्स मनु रिर्ट्न्स" की जबरदस्त कामयाबी के बाद फिल्म इंडस्ट्री में उनका कद और बढ़ गया है, लेकिन बॉलीवुड में उनके शुरूआती दिन काफी मुश्किल भरे रहें। कंगना ने जब इस इंडस्ट्री में कदम रखा तो उन्होंने खुद को फंसा हुआ पाया।
कंगना ने भट्ट कैंप की फिल्म "गैंगस्टर" से फिल्मी दुनिया में कदम रखा था। इसके बाद वे "वे लम्हें", "लाइफ इन ए मेट्रो" और "फैशन" जैसी फिल्मों में नजर आई। कंगना ने बताया कि जब मैं इंडस्ट्री में आई थी, तब मैं फंस गई थी। मैं हर फिल्म में मर रही थी। इसलिए इससे बाहर आना मेरे लिए आसान नहीं था।
उन्होंने आगे कहा कि मैंने लगता है कि ये मेरी किस्मत में था। मैंने इस इंडस्ट्री में मुकाम हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की। मुझे लगता है कि मैं आज जहां हूं, वहां मैं कि सी भी चीज से नहीं डरती हूं। जब मैं इस इंडस्ट्री में आई थी तो मेरे पास कुछ नहीं था और आज मेरे पास जबरदस्त कॉन्फिडेंस है। मैं अपनी शर्तो पर जिंदगी जीती हूं।
- By PAtrika

छात्रा ने बुर्के की आड़ में छिपाई थी 78 पेज की नकल

सीसीएसयू कैंपस में हो रही एमए इकोनॉमिक्स चौथे सेमेस्टर की परिक्षा में एक छात्रा अपने बुर्के की आड़ में 78 पेज की नकल छिपाकर लाई थी। छात्रा के खिलाफ यूएफएम (अनफेयर मींस) का मामला दर्ज कर दिया है।
जानकारी के अनुसार परिक्षा कक्ष निरीक्षक को शक जब छात्रा की हरकतों पर शक हुआ तो उन्होंने उसी तलाशी ली, तलाशी में मिले 78 पेज की नकल के बाद तो सभी के होश उड़ गए।
सुपरिटेंडेंट प्रोफेसर पीके शर्मा ने बताया है कि सभी 78 पेज छात्रा की कॉपी के साथ अटैच कर यह केस यूएफएम में कर दिया है।
सीसीएसयू कैंपस के तहत एमसीए बिल्डिंग को परिक्षा का सेंटर बनाया गया है। छात्रा की तलाशी महिला प्रोफेसर जयमाला ने ली थी। जयमाला ने बताया है कि छात्रा ने सभी 78 पेज अलग-अलग जगह पर छिपा रखे थे।
- By Patrika

थम जाएगी जिंदगी 30 जून को !

इस साल 30 जून साल के अन्य महीनों दिनों से लंबा होगा। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि लीप सेकेंड (अतिरिक्त सेकेंड) जुड़ने के चलते इस साल 30 जून के दिन का समय लंबा होगा। कोऑर्डिनेटेड यूनिवर्सल टाइम (यूटीसी) के अनुसार एक दिन में 86,400 सेकेंड्स होते है। यूटीसी अटॉमिक टाइम है यहां 1 सेकेंड अवधि सीसियम के एटम्स में होने वाली पूर्वानुमानित इलेक्ट्रोमैगनेटिक ट्रांजिशन्स के अनुसार मय की जाती है। वैज्ञानिकों का कहना है कि धरती का रोटेशन धीमा हो रहा है, जिसे लीप सेकेंड्स में गिना जाता है। 
 समय निर्भर करता है पृथ्वी के रोटेशन पर
इलेक्ट्रोमैगनेटिक ट्रांजिशन्स को बहुत विश्वसनीय माना जाता है। सीसियम घड़ी 1,400,000 सालों तक एक सेकेंड की भविष्यवाणी भी बिल्कुल सटीक करती है। पृथ्वी को रोटेशन पर ही पर लगने वाले समय के अनुसार एक मीन सौर दिन, यानी एक दिन की औसत लंबाई निभ्र्भर करता है। सामान्यत: पृथ्वी को एक रोटेशन पूरा करने में 86,400.002 सेकेंड लगते हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक 1820 के बाद से मीन सौर दिन 86,400 सेकेंड्स से लंबा नहीं रहा है। इसी आधार पर 30 जून को ठीक 11:59:59 यूटीसी पर 1 लीप सेकेंड जोड़ा जा रहा है।
- by PAtrika

Friday, 26 June 2015

kuchh dil ki baaten likhungi


apne ghar ki khidki se main aasmaan ko dekhungi,
Jis par tera naam likha hai uss taare ko dhoondungi.

Tum bhi har shab diya jala kar palkon ki dehleez par rakhna,
Main bhi roz ek khwaab tumhare shehar ki jaanib bhejungi.

Aur hijr ke dariya mein tum padhna lehron ki tahreeren bhi,
Paani ki har satr pe main kuchh dil ki baaten likhungi.

भ्रष्टाचार को सरकारी संरक्षण

आजादी के बाद जनता को भरोसा था कि उसकी चुनी हुई सरकारें देशहित को सर्वोपरि समझेगी और जन-हितैषी कार्यों में हमारे चुने हुए प्रतिनिधि रुची लेंगे. लेकिन अफ़सोस जन-हितैषी कार्यों की आड़ में हमारे चुने हुए प्रतिनिधियों व मंत्रियों ने अपना घर भरने में ज्यादा रूचि रखी. नतीजा देश में भ्रष्टाचार का ग्राफ बढ़ता ही गया, जो आज भी रुकने का नाम नहीं लेता. हाँ ! ये बात और है कि इस भ्रष्टाचार को खत्म करने के नाम पर आन्दोलन कर कई लोग अपना कद बढ़ा राजनैतिक महत्वाकांक्षा की पूर्ति अवश्य कर लेते है. केजरीवाल इसका ताजा उदाहरण है.

पिछले चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हो, केजरीवाल हो, भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबी कांग्रेस हो सबने जनता को भ्रष्टाचार खत्म करने के सपने दिखाए. जनता ने भी नरेंद्र मोदी पर भरोसा रखते हुए उन्हें प्रधानमंत्री की कुर्सी सौंपी व केजरीवाल पर दिल्ली की जनता ने विश्वास किया और सत्ता उनके हाथ में दे दी. सत्ता मिलते ही प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार पर जीरो टोरलेंस वाले बयान दिए और केजरीवाल ने दिल्ली में भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए स्टिंग आपरेशन के जरिये जनता को साथ लेकर मुहीम छेड़ी. लेकिन केजरीवाल की मुहीम को बदले की राजनीति ने कुंद करने के लिए तमाम हथकंडे अपनाने शुरू कर दिए और उसे कुछ भी कर सकने में असमर्थ बना दिया. और यह सब किया भ्रष्टाचार पर जीरो टोरलेंस वाले बयान देने वाले प्रधानमंत्री की सरकार ने.

केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस के भ्रष्टाचार को जकड़ने का प्रयास किया तो दिल्ली पुलिस ने जनता को थानों में मोबाइल फोन लेकर घुसने पर ही पाबन्दी लगा दी. दिल्ली के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने दिल्ली पुलिस के सिपाही को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा तो दिल्ली पुलिस ने अपने सिपाही के अपहरण का केश दायर कर लिया. यही नहीं आगे केजरीवाल कुछ कर नहीं सके, इसलिए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो पर उपराज्यपाल के हाथों भाजपा ने अपना मनपसन्द अधिकारी थोप दिया, जो केजरीवाल के कहने पर कुछ भी नहीं करेगा. इस तरह का कार्य कर भाजपा ने अपने विरोधी को निपटाने का श्रम नहीं बल्कि भ्रष्टाचार का संरक्षण ही किया है. जो उसकी छवि के लिए विपरीत है और आने वाले चुनावों में उसे भुगतना ही पड़ेगा.

केजरीवाल के मामले को यदि राजनैतिक बदले की कार्यवाही भी मान लें, तो सुषमा, वसुंधरा (Sushma, Vasundhra, Lalit Modi Issue) आदि के मामले में भी भाजपा ने बेशर्मी दिखाकर अपने आपको कांग्रेस से भी आगे खड़े कर लिया. भाजपा सरकार व्यवसाय की आड़ में भ्रष्टाचार करने वालों की जिस तरह हिमाकत कर रही है, उन्हें बचा रही है उसे देखकर लगता है कि अब भ्रष्टाचार को सरकारी संरक्षण मिलने लगा है. वर्तमान हालात को देखते अब भ्रष्टाचार हटाने के नारे ढकोसले लगने लगे. अब ये साफ़ हो गया है कि भ्रष्टाचार सरकारी संरक्षण में बढ़ना ही है, यदि इसे मिटाना है तो जनता ही मिटा सकती है, जनता को ही जागरूक होकर हर सरकारी योजना पर सूचना के अधिकार अधिनियम RTI का इस्तेमाल करते नजर रखनी होगी. तभी भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई जा सकती है.

Here today……


Up and off to somewhere else tomorrow!
Travel change, interest, excitement!
The whole world before you, and
A horizon that’s always changing!
Life is a dreary continue made bearable
By those moments of excitement.
It’s called feeling alive.



HAPPY FRIDAY AND HAVE A GREAT UPCOMING WEEKEND

ये है 80 करोड़पतियों का गांव, 1 मच्छर ढूंढने पर मिलते हैं 400 रुपए

फोटोः ये है हिवरे बाजार गांव की 'ग्राम संसद'। पंचायत के सदस्य यहीं बैठकर, गांव की खुशहाली के लिए रणनीति तैयार करते हैं।
नई दिल्ली. महज 305 लोगों का गांव और इनमें से 80 लोग करोड़पति। बेशक यह बात चौंकाने वाली लगती है, लेकिन सच है। इस गांव में एक भी मच्छर नहीं है। गांव के सरपंच एक भी मच्छर ढूंढ देने पर 400 रुपए का इनाम देते हैं। इस गांव में न पानी की कमी है, न हरियाली की। गर्मियों में इस गांव का तापमान आसपास के गांवों के मुकाबले 3-4 डिग्री कम होता है। यह गांव, महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में पड़ता है। नाम है, हिवरे बाजार। इस गांव की किस्मत यहां के लोगों ने खुद लिखी है। क्योंकि, साल 1990 में यहां 90 फीसदी गरीब परिवार रहते थे। पीने के लिए भी पानी नहीं था। लेकिन आज गांव की किस्मत बदल गई है। इस कामयाब कहानी के बारे में मनीभास्कर के दुष्यंत कुमार ने बात की हिवरे बाजार के सरपंच पोपट राव पवार से...
ऐसे शुरू हुआ काम, लोगों ने खुद बदली किस्मत
दशकों पहले हिवरे बाजार भी अन्य गांवों की तरह खुशहाल था। 1970 के दशक में, ये गांव अपने हिंद केसरी पहलवानों के लिए प्रसिद्ध था। मगर हालात बिगड़े और बिगड़ते चले गए। सरंपच पोपट राव कहते हैं कि हिवरे बाजार 80-90 के दशक में भयंकर सूखे से जूझा। पीने के लिए पानी नहीं बचा। कुछ लोग अपने परिवारों के साथ पलायन कर गए। गांव में महज 93 कुआं ही थे। जलस्तर भी 82-110 फीट पर पहुंच गया। लेकिन फिर लोगों ने खुद को बचाने की कवायद शुरू की। साल 1990 में एक कमेटी 'ज्वाइंट फॉरेस्ट मैनेजमेंट कमेटी' बनाई गई। इसके तहत गांव में कुआं खोदने और पेड़ लगाने का काम श्रमदान के जरिए शुरू किया गया। इस काम में, महाराष्ट्र एम्प्लायमेंट गारंटी स्कीम के तहत फंड मिला, जिससे काफी मदद मिली। साल 1994-95 में आदर्श ग्राम योजना आई, जिसने इस काम को और रफ्तार दे दी। फिर कमेटी ने गांव में उन फसलों को बैन कर दिया, जिनमें ज्यादा पानी की जरूरत थी। पोपट राव ने बताया कि आज गांव में 340 कुआं है। ट्यूबवेल खत्म हो गए हैं और जलस्तर 30-35 फीट पर आ गया है।
ऐसे करोड़पति बने लोग
सरपंच पोपट राव ने बताया कि गांव के 305 परिवार रहते हैं। इनमें से 80 करोड़पति परिवार हैं। उन्होंने बताया कि यहां सभी लोगों की मुख्य आय खेती से ही होती है। यह लोग सब्जी उगाकर ज्यादातर कमाई करते हैं। हर साल इनकी आय बढ़ रही है। खेती के जरिए जहां 80 परिवार करोड़पति के दायरे में आ गए हैं, वहीं 50 से अधिक परिवारों की वार्षिक आय 10 लाख रुपए से अधिक है। गांव की प्रति व्यक्ति आय देश के शीर्ष 10 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों के औसत आय (890 रुपए प्रति माह) की दोगुनी है। यानी पिछले 15 वर्षों में औसत आय 20 गुनी हो गई है। पोपट राव ने बताया कि सर्वेक्षण के मुताबिक 1995 में 180 में से 168 परिवार गरीबी रेखा के नीचे थे। 1998 के सर्वेक्षण में यह संख्या 53 हो गई और अब यहां केवल तीन परिवार इस श्रेणी में हैं। गांव ने गरीबी रेखा के लिए अपने अलग मानदंड तय किए हैं। जो लोग इन मानदंडों में प्रति वर्ष 10 हजार रु. भी नहीं खर्च कर पाते वे इस श्रेणी में आते हैं। ये मापदंड आधिकारिक गरीबी रेखा से लगभग तीन गुना हैं।

एक जरूरी सूचना-

जब भी किसी होटल, दुकान के चेंजिंग रूम या अनजान जगह लगे शीशे के सामने कपड़े बदलने हों तो उससे पहले उस शीशे को टेस्‍ट कर लें। इसके लिए शीशे की सतह पन अपना नाखून रखें। 

यदि आपके नाखून की टिप और उसकी छवि की टिप के बीच में गैप हो, तो शीश एकदम सही है। लेकिन अगर दोनों के बीच कोई गैप नहीं दिखाई दे यानी शीशा सिर्फ नाम का है। शीशे के पीछे खड़ा व्‍यक्ति आपको आसानी से देख सकता है....

यह सूचना इसलिए जरूरी है, क्‍योंकि हो सकता है पीछे खड़ा कोई व्‍यक्ति आपका एमएमएस बना रहा हो या तस्‍वीर खींच रहा हो....

2 साल बाद वायरल हुआ प्राइवेट वीडियो, पति-पत्नी ने की आत्महत्या

देवास। मोबाइल में मौजूद पति-पत्नी का प्राइवेट वीडियो वायरल हो गया, बदनामी के डर से दोनों ने सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली, मामला जिले से 150 किलोमीटर दूर खातेगांव में सामने आया। पुलिस ने दोनों का पीएम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया। मामले में पकड़े गए पांच आरोपियों को पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
चिप निकालकर मोबाइल लौटाया
सोनगांव ग्राम निवासी राजेंद्र पिता मोडू का मोबाइल 17 मई 2013 को हरदा में शादी समारोह के दौरान गुम हो गया था। बाद में पता चला कि मोबाइल सिरोल्या में संतोष नामक युवक के पास है। इस बीच संतोष ने अपने दोस्त मुकेश को मोबाइल की चिप दी, जिसमें राजेंद्र का पर्सनल डाटा था। इसे दोनों युवकों ने अपने पास रख लिया और मोबाइल राजेंद्र को लौटा दिया।
दूसरों को भेज दिया
थाना प्रभारी तहजीब काजी ने बताया, दो साल बाद 8 व 10 जून को आरोपियों ने राजेंद्र का पर्सनल डाटा अन्य लोगों के मोबाइल में भेज दिया। मामला पता चलने पर 18 जून को राजेंद्र के पिता मोडूराम ने नेमावर थाने में संतोष, मुकेश व किशोर के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। आईटी एक्ट के तहत पुलिस ने जांच में पाया कि युवकों ने मोबाइल का कुछ आपत्तिजनक डाटा दूसरों को भेज दिया है।
मामले का खुलासा
जांच में गोविंद गुननास, रशीद खां इकलेरा, विनोद कांकरिया, संतोष सिरोल्या, मुकेश सिरोल्या दोषी पाए गए। इनकी पुलिस रिमांड लेकर पूछताछ की गई। मामले का खुलासा होने के बाद आरोपियों को जेल भेज दिया गया, इसी बीच दोपहर करीब 3.30 बजे नेमावर रेाड खातेगांव स्थित मकान पर राजेंद्र और उसकी पत्नी ने सल्फास खाकर जान दे दी। जानकारी मिलने पर दोनों को अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मामले में जांच जारी है।
- by Patrika

चाणक्यनीति:

Important Notice:


आज का विचार : - By Dr. A.P.J. Abdul Kalam


बिना जल तड़प-तड़प कर मर गई ब्ल्यू व्हेल

मुंबई। पानी के तेज बहाव के कारण समुद्र से बाहर आने वाली ब्ल्यू व्हेल को तड़प-तड़प कर मौत हो गई। मुंबई से तकरीबन 110 किलो मीटर दूर अलीबाग के समंदर में 42 फुट की व्हेल मछली बाहर आ गई थी। नौसेना, पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने उसे गहरे समंदर में वापस ले जाने की 12 घंटे तक कोशिश की लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली और व्हेल ने दम तोड़ दिया।
बहाव के कारण बुधवार को 42 फीट लंबी व्हेल मुंबई के रेवडांडा तट पर करीब डेढ़ किलोमीटर अंदर तक आ गई। वन अधिकारियों को जब इसकी सूचना मिली तो उन्होंन समुद्री जीव वैज्ञानिकों से मदद मांगी।
सूचना मिलने के बाद वहां नौसेना, पुलिस और प्रशासन के अधिकारी पहुंच गए और व्हेल को समुद्र में दुबारा डालने की कोशिश की लेकिन वे असफल हो गए और व्हेल ने दम तोड़ दिया। व्हेल के मरने के बाद उसे उसी बीच पर दफन कर दिया गया।
- By Patrika

शादी में दुल्हे को छोड़ कर भागी घोड़ी, वीडियो हुआ वायरल -

मुंबई। इन दिनों सोशल मीडिया पर मुंबई की सड़कों पर भागती एक घोड़ी का वीडियो वायरल हो गया है। इस वीडियो में घोड़ी सड़क पर इधर-उधर दौड़ती दिख रही है। दरअसल यह घोड़ी एक शादी में जा रही थी लेकिन अचानक बिदक गई और भागने लगी।
भागते-भागते वर्ली सी लिंक पहुंची और टोल प्लाजा पार कर लिया। जिसे देख कर टोल पर काम कर रहे कर्मचारी भी हैरान हो गए। भागते-भागते घोड़ी अचानक से सड़क पर खड़ी हो गई जिससे वर्ली सी लिंक पर काफी देर तक ट्रफिक जाम हो गया।
मिली जानकारी के अनुसार 23 अप्रैल को पायल नाम की इस घोड़ी को एक शादी समारोह के लिए ले जाया जा रहा था तभी अचानक रास्ते में वह बिदक गई। जिसके कारण उसपर सवार शख्स नीचे गिर गया और उसकी टांग टूट गई। पायल मौका देख कर वहां से भाग गई। बाद में कड़ी मशक्कत के बाद उसे पकड़ लिया गया। यह सारा वाकया वर्ली सी लिंक पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ है। जो अब वायरल हो गया है।
by Patrika 

Tuesday, 23 June 2015

उंगलियां चटकाना हो सकता है घातक, जानिए क्यों?

लंदन। अगर आप भी गाहे-बगाहे हाथ या पैर की उंगलियां चटकाने के शौकीन हैं तो हो जाइए सावधान। खाली समय की ये आदत आपको गठिया जैसे दर्दनाक बीमारी के जाल मे फंसा सकती है। ब्रिटिश के एक अंग्रेजी अखबार में इस संबंध में जारी रिपोर्ट के अनुसार उंगलियों की हडि्डयों को चटकाने की आदत गठिया का सबब बन सकती है। इस रिपोर्ट के अनुसार हमारी हडि्डयां लिगामेंट से एक दूसरे से जुड़ी होती हैं और जहां दो हडि्डयां आपस में जुड़ती हैं वह हिस्सा जोड़ कहलाता है।
जब हम उंगलियां चटकाते हैं उस समय हम वास्तव में इन जोड़ों को खींच रहे होते हैं और इस तरह हडि्डयों को एक-दूसरे से दूर खींचते हैं। ऎसे में आपस में जुड़ी हडि्डयां दूर होती हैं और जोड़ के भीतर का दबाव भी कम होता है। घुटने, कोहनी और उंगलियों के जोड़ों में एक विशेष प्रकार का द्रव पाया जाता है जो दो हडि्डयों के जोड़ पर ग्रीस के जैसे काम करता है और हडि्डयों को आपस मे रगड़ खाने से रोकता है। जोड़ों पर दबाव के कम होने से इस विशेष प्रकार द्रव में मौजूद गैस जैसे कार्बन डाई आक्साइड नए बने खाली स्थान को भरने का काम करती है और ऎसे में द्रव में बुलबुले बन जाते हैं।
जब हम जोड़ों को काफी अधिक खींचते हैं तो दबाव कम होने से यह बुलबुले फूट जाते हैं और हड्डी चटकने की आवाज आती है। एक बार जोड़ों पर बने इन बुलबुलों के फूटने के बाद द्रव में दोबारा गैस के घुलने में 15 से 30 मिनट का समय लगता है इसी कारण हाल ही में चटकाए गए जोड़ को तुरंत दोबारा चटकाने से आवाज नहीं आती। यह समझा जाता है कि जोड़ों के बार-बार खिचाव से पकड़ कमजोर हो सकती है और हडि्डयों के जोड़ पर मौजूद ऊतक नष्ट भी हो सकते हैं।
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प्यार में अंधी माँ ने बहन के देवर के साथ किया ऐसा काम, दो बच्चों का भी नहीं आया ख्याल, आप भी दंग रह जाएंगे ... यहाँ पढ़ें

आजमगढ़। अमीनो में प्रेम प्रसंग का एक अजीब ही मामला सामने आया है। एक महिला का भरापूरा परिवार है। पति है और उसके दो बच्चे भी हैं। एक दिन महिला का दिल अपनी बहन के देवर पर आ गया। दोनों ने जीने-मरने तक की कसमें खा लीं। एक दिन दोनों घर से भाग निकले। उसके पति और दो बच्चों का बुरा हाल है। काफी खोजबीन की, लेकिन जब मिले तो पता चला कि दो बच्चों की मां किसी दूसरे की हो चुकी थी।
मजेदार बात यह है कि दो बच्चों की मां इस कदर बहन के देवर के साथ जिद पर अड़ी थी जैसे पति, बच्चों और दुनिया-समाज, लोकलाज का उस पर कोई असर ही न हो।
कई घंटे थाने में बैठने के बाद उसके जिद की जीत हुई और वह नए पति के साथ चले गई। उसके दोनों बच्चे और पति गम में अपनों को खोता देख रो दिए। सभी को उसकी जिद के आगे सबको नतमस्तक होना पड़ा।
मुबारकपुर थाना क्षेत्र के गजहड़ा गांव में हुए इस वाकये का सभी लोग चटकारे लेकर चर्चा कर रहे हैं।
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Lamborghini Aventador LP700-4

Sweet Royal Blue Lamborghini Aventador LP700-4 Roadster with open butterfly doors. Lamborghini is one of people's favorite to have in their supercar list.

नाराज कंगना ने टी-सीरीज को भेजा कानूनी नोटिस!

मुंबई। फ्लाप फिल्मों का दौर पीछे छोड़ कंगना एक के बाद एक लगातार हिट फिल्में दे रही हैं। वर्तमान में कंगना को बॉलीवुड की "क्वीन" कहा जाता हैं। ऎसे में कंगना नहीं चाहती की उनकी यह इमेज खराब हो इसलिए उन्होने टी-सीरीज को कानूनी नोटिस भेजा है कि वह उनकी पूरानी फिल्म जो सालों पहले अटक गई थी उसे रिलीज ना करें।
जी हां, कंगना अपनी ही फिल्म "आई लव न्यूयॉर्क" को रिलीज नहीं होने देना चाहती। खबर है कि कंगना रनौत फिल्म के मेकर्स से काफी नाराज है। क्योंकि फिल्म के निर्माता कंगना की सक्सेस का फायदा उठाने के लिए उनकी रूकी हुई फि ल्म को अब रिलीज कर रही है। कंगना का कहना है कि जब दर्शक उनके फिल्मों को काफी पसंद करने लगी है और उनकी हर फिल्म को देखने के लिए सिनेमाघरों की ओर आकर्षित हो रही है इसका फायदा फिल्म मेकर गलत ढंग से उठाना चाहते है जो गलत है। साथ ही कंगना इस बात से काफी नाराज है कि उनसे फिल्म रिलीज या किसी भी संबध में कोई अनुमति नहीं ली गई।
कंगना के वकील रिजवान सिद्धीकी ने कहा, "मेरी क्लाइंट कंगना को बिना कोई जानकारी दिए टी-सीरीज ने तय किया कि फिल्म को रिलीज किया जा। कंपनी कंगना की सफलता को भुनाने के लिए फिलम को बाद में रिलीज कर रही है जब कंगना सफलता की चोटी पर हैं।"
सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार कंगना द्वारा भेजे गए लीगल नोटिस मे यह कहा गया है कि एक्ट्रेस को इस प्रोजेक्ट की राशि नहीं दी गई है ना ही काई एग्रीमेंट किया गया है। वहीं टी-सीरीज के मालिक भूषण कुमार का कहना है कि फिल्म हमारी है उसके रिलीज में कंगना का कोई हस्तक्षेप नहीं होगा वह 18 महीने पहले ही फिल्म के राइट्स वेव सिनेमा को बेच चुके हैं।
भूषण ने कहा "हम कंगना के नोटिस का जवाब भेज रहे है साथ ही उसमें रसीद की कॉपी भी लगा रहे हैं। सारा भुगतान चैक से हुआ है इस लिए हमारे पास सारे रिकॉर्ड है कि हमने कंगना को उनके काम की सारी रकम अदा कर दी है ऎसे में फिल्म की रिलीज डेट को रोकने का उन्हे कोई अधिकार नहीं है।"
गौरतलब है कि फिल्म साल 2014 मे रिलीज होने वाली थी जिसकी डेट टाल कर 10 जुलाई 2015 कर दी गई है। राधिका राव के निर्देशन में बनी इस फिल्म में कंगना के साथ सनी देओल मुख्य भूमिका में हैं।

Love Takes Us Home

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“Life takes us to unexpected places... love brings us home.” 
I often think that I need to travel to exotic places in order to capture wonderful images...If only we take the time to look at our surroundings and change how we look at it...we will be amazed of what we can find. smile emoticon This was taken in my beautiful province of Quebec, Canada. Wishing you all a beautiful week heart emoticon

अगर आप या आपके परिवार में कोई भी सरकारी कर्मचारी है तो जरूर पढ़ें ये खबर

नई दिल्ली। केंद्रीय कार्मिकों की दफ्तर आने में लेटलतीफी को लेकर कार्मिक विभाग ने कड़ी नाराजगी प्रकट की है। विभाग ने सोमवार को जारी आदेश में सभी कार्मिकों से कहा कि समय का ध्यान रखें। अब देरी से आने वाले कार्मिकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
मोदी सरकार के सत्ता में आते ही सरकारी ऑफिसेज में कर्मचारियों का निर्धारित समय पर आना शुरू हो गया था लेकिन जैसे जैसे समय बीतने लगा, कर्मचारियों ने वापिस वही पुराना रूख अपनाना शुरू कर दिया। ऎसे में डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एंड ट्रेनिंग ने कहा है, "आदतन रूप से लेट आने वाले के खिलाफ सख्त कदम उठाया जाएगा। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि सरकारी सेवा के सबसे निचले लेवल के कर्मचारी से लेकर सर्वोच्च अधिकारी तक सभी समय पर आए।"
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वयं समय के बड़े पाबंद हैं और उनके मंत्रियों ने भी ऑफिस में समय पर आने की परंपरा स्टार्ट की है। इसके साथ ही सरकारी ऑफिसों में बॉयोमैट्रिक अटेंडेंस का भी सिस्टम लागू किया जा रहा है ताकि लेट आने वाले तथा जल्दी जाने वाले कर्मचारियों पर लगाम लग सकें।
इस समय पूरे देश में लगभग 48 लाख केन्द्रीय कर्मचारी है। सरकार इन सभी के आधार कार्ड को बॉयोमैट्रिक अटेंडेंस सिस्टम से जोड़ रही है। सरकार ने इसके लिए एक वेबसाइट www.attendance.gov.in भी लॉन्च की है जिस पर केन्द्रीय कर्मचारियों की उपस्थिति संबंधी सभी जानकारियां देखी जा सकती हैं। वेबसाइट के मुताबिक केन्द्र सरकार के 532 उपक्रमों के 1,30,687 कर्मचारियों का रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है जिनमें से मंगलवार को 63883 उपस्थित हैं।

मेडिटेशन करने से सकारात्मक सोच व ऊर्जा बढ़ती है और चिड़चिड़ापन व उत्तेजना जैसे भाव दूर होते हैं।

हमारे शरीर, मन और आत्मा को एक-दूसरे से जोड़ने के लिए मेडिटेशन यानी ध्यान बेहद जरूरी है। मेडिटेशन से मस्तिष्क में मौजूद सभी प्रमुख ग्रंथियां अपना काम सुचारू रू प से करती हैं और हार्मोस उचित मात्रा में स्रावित होते हैं जिससे रोग हमें प्रभावित नहीं कर पाते। जब हम ध्यान की मुद्रा में होते हैं तो मस्तिष्क में अल्फा तरंगों की गतिविधियां बढ़ जाती हैं। इन तरंगों का अधिक मात्रा में होना इस बात का परिचायक है कि हमारा मस्तिष्क शांत व स्वस्थ है।
मेडिटेशन के फायदे
1. मेडिटेशन के दौरान गहरी सांस लेने से ऑक्सीजन से भरपूर रक्त शरीर में प्रवाहित होता है।
2. उदासी और तनाव दूर होते हैं और व्यक्ति की उम्र लंबी होती है।
3. मेडिटेशन करने से सकारात्मक सोच व ऊर्जा बढ़ती है और चिड़चिड़ापन व उत्तेजना जैसे भाव दूर होते हैं।
4. ईड़ा, पिंघला और सुसुमना, सांस संबंधी नाडियां संतुलित होती हैं जिससे श्वास पर नियंत्रण करना आसान हो जाता है।
5. मेडिटेशन, सात्विक भोजन और सामान्य व्यायाम के माध्यम से थायरॉइड, रूमेटॉयड आर्थराइटिस और अस्थमा जैसे रोगों पर नियंत्रण किया जा सकता है।
कैसे करें मेडिटेशन
1. मेडिटेशन दो मिनट से दो घंटे तक किया जा सकता है लेकिन यह व्यक्ति के मस्तिष्क और शारीरिक क्षमता पर निर्भर करता है। शरीर, मन और आत्मा के तालमेल के लिए आंखें बंद करके ध्यान करना चाहिए। यह दिमाग के लिए खुराक का काम करता है।
2. सुबह चार बजे से सूर्योदय तक और सूर्यास्त के बाद दो घंटे तक मेडिटेशन किया जा सकता है। उस समय वातावरण शुद्ध होता है और साफ वायु होने से ध्यान का लाभ ज्यादा होता है।
3. मेडिटेशन हमेशा खाली पेट ही करना चाहिए। शाम के समय मेडिटेशन तभी करें जब खाना खाए हुए दो से तीन घंटे बीत चुके हों।
4. इसे हमेशा शांत माहौल में समतल सतह पर करना चाहिए। घुटनों की तकलीफ वाले कुर्सी पर बैठकर भी ध्यान कर सकते हैं। इसका अभ्यास कोई भी व्यक्ति कर सकता है।
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लड़कियों की 10 बातें, जो लड़कों को बिल्कुल पसंद नहीं -

1. जासूसी करना: अगर आप अपने ब्वॉयफ्रेंड को लेकर इनसिक्योर है, तो इस बात को डायरेक्ट उन्हें बोल दें। अगर आप इन सब के चक्कर में अपने ब्वॉयफ्रेंड की जासूसी करती है, उनका मोबाइल, ईमेल, सोशल साइट्स चैक करती है तो ये आपके ब्वॉयफ्रेंड को आपसे दूर कर सकता है। किसी को ये पसंद नहीं है कि कोई उनकी जासूसी करें। अगर आप उनसे प्यार करती है और वे भी आपके लिए वैसा ही फील करते हैं तो इस इनसिक्योरिटी को बाहर निकाल फेंके। ये आपके रिश्ते के लिए खतरनाक हो सकती है।

2. तैयार होने में बहुत वक्त लगाना: लड़कियों को तैयार होने में ज्यादा वक्त लगता है। कुछ मिनट के इंतजार में कोई बुराई नहीं है, लेकिन अगर आप तैयार होने में बहुत ज्यादा वक्त लगाती है, तो ये बात किसी भी लड़के को क्रेजी कर सकती है। अगर आपको तैयार होने में ज्यादा टाइम लगता है तो कुछ देर पहले से ही रेडी होना शुरू कर दें। 

3. ओवर जेलस होना: कुछ लड़कियों को अपने ब्वॉयफ्रेंड की फीमेल फ्रेंड्स पसंद नहीं होती है। आपके ब्वॉयफ्रेंड के ग्रुप में अगर फीमेल फ्रेंड्स भी है और वे उनके साथ हैंगआउट करते हैं तो बार-बार उन्हें कॉल करके परेशान ना करें। अगर आप जेलस रहेंगी तो ये आपके रिश्ते के लिए बुरा साबित हो सकता है। 

4. बार-बार कॉल और मैसेज करना: अगर आपका ब्वॉयफ्रेंड मीटिंग में है या फैमिली व फ्रेंड्स के साथ पिकनिक पर गया है तो बार-बार उन्हें कॉल और टेक्स्ट करके परेशान ना करें। वे एक-दो बार तो आपका कॉल पिक कर लेंगे, लेकिन आप लगातार उन्हें कॉल करती रहेंगी तो वे इरिटेट हो जाएंगे। 

5. शॉपिंग और बार्गेनिंग: ये बात ध्यान रखें कि लड़कों को शॉपिंग करना बिल्कुल पसंद नहीं होता है। वे आपकी तरह घंटों शॉपिंग नहीं कर सकते हैं। साथ ही जब आप शॉपिंग करते हुए कुछ पैसों के लिए झगड़ने लगती है तो ये बात लड़कों को और भी ज्यादा इरिटेट करती है। 

6. ज्यादा इमोशनल होना: कुछ लड़कियों की आदत होती है कि वे हर बात में रोने लगती है। आपका ब्वॉयफ्रेंड कुछ वक्त के लिए आपको समझा सकता है, लेकिन आप अगर हर वक्त रोती रहेंगी तो कुछ वक्त बाद उन पर आपके आंसुओं का कुछ असर नहीं होगा। केवल इमोशनल बनने सब कुछ नहीं है, आपको प्रेक्टिल बनना भी जरूरी है। 

7 . गॉसिप: कुछ लड़कियों की आदत होती है गॉसिप करना, लेकिन लड़कों को ये गॉसिपिंग की आदत से बहुत चिड़ होती है। लड़कों को आपकी सहेली के अफेयर के बारे में जानने में कोई दिलचस्पी नहीं है। इसलिए ऎसी बातों से अपने ब्वॉयफ्रेंड को दूर रखें और जब मिले तो एक-दूसरे के बारे में, एक-दूसरे की पसंद-नापसंद को लेकर बात करें ना कि गॉसिप में वक्त बेकार करें। 

8 . ज्यादा मेकअप: अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ डेट पर जाने के लिए हर लड़की किसी ब्यूटी क्वीन से कम नहीं दिखना चाहती है, लेकिन ऎसा करने के लिए बहुत ज्यादा मेकअप करना लड़कों को बिल्कुल पसंद नहीं है। आपके ब्वॉयफ्रेंड को आप जैसी हैं वैसी ही पसंद है, इसके लिए आपको मेकअप की ओवरडोज लेने की जरूरत नहीं है। 

8. जरूरत से ज्यादा सजेशन देना: आप अपने ब्वॉयफ्रेंड की केयर करती है, ये वो भी जानते हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि आप उन्हें बच्चों की तरह ट्रीट करें। आप अगर हर बात में उन्हें सजेशन देंगी तो हो सकता है उन्हें ये पसंद ना आएं। हर कोई अपने हिसाब से जिंदगी जीना चाहता है। आपके ब्वॉयफ्रेंड की जिंदगी में आपकी पूरी अहमियत है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि आप हर बात में अपनी सलाह दें। 

10 . दोस्तों के सामने अलग बिहेव करना: आप जैसी हैं आपके ब्वॉयफ्रेंड को वैसी ही पसंद हैं। अगर आप उनके दोस्तों के सामने खुद को अच्छा दिखाने के लिए फेक बिहेव करती है तो आपके ब्वॉयफ्रेंड को ये बात अजीब लगेगी। उनके दोस्तों को इंप्रेस करने के लिए आपको खुद में बदलाव नहीं करना चाहिए।

मुंबई के एक थाने में एक मॉडल के साथ हुए दुष्कर्म के मामले में पुलिस इंस्पेक्टर सहित दो अन्य पुलिसवालों तथा पांच अन्य को आरोपी ठहराया गया है

मुंबई। मुंबई के एक थाने में एक मॉडल के साथ हुए दुष्कर्म के मामले में चार्जशीट दाखिल की गई है। इसमें पुलिस इंस्पेक्टर सहित दो अन्य पुलिसवालों तथा पांच अन्य को आरोपी ठहराया गया है। आरोपियों में एक महिला का नाम भी शामिल है। चार्जशीट में कहा गया है कि आरोपी असिस्टेंट इंसपेक्टर सुनील खापते ने पुलिस चौकी में ही मॉडल के साथ रेप किया था। मॉडल ने अपनी शिकायत में दांत काटने की भी शिकायत की थी जिसकी फोरेंसिक जांच रिपोर्ट में भी पुष्टि हो गई है। कोर्ट में दाखिल की गई 1168 पेजों की चार्जशीट में 105 पुलिसकर्मियों सहित कई अन्य गवाहों के बयान भी शामिल हैं। आरोपी पुलिसकर्मियों में असिस्टेंट इंसपेक्टर सुनील खापते के साथ सुरेश सूर्यवंशी और कॉन्स्टेबल योगेश पांडे का नाम शामिल हैं।
क्या है मामला?
वर्ष 2015 में मुंबई की एक मॉडल ने पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया से शिकायत की थी कि उसे होटल से पुलिस चौकी ले जाकर उसके साथ इंस्पेक्टर सुनील खापते ने रेप किया तथा उसके पास मौजूद नकदी भी लूट ली। आरोपी इंस्पेक्टर ने रेप के दौरान मॉडल की ब्रेस्ट पर दांत से भी काटा था जिसकी फोरेंसिक जांच में पुष्टि हो गई। इसके बाद उन्होंने मॉडल को झूठे मामले में फंसाने की धमकी देते हुए चुप रहने की चेतावनी दी।
पीड़ित मॉडल ने अपनी शिकायत में कहा था, "दो अप्रैल को पुलिसवालों ने मुझे होटल से हिरासत में लिया और सकीना पुलिस स्टेशन ले गए। वहां से फिर मुझे संघर्ष नगर पुलिस चौकी ले जाया गया, जहां मेरे साथ रेप हुआ। इसके बाद में मुझे अगले दिन दोपहर में छोड़ दिया गया।" पीड़िता ने आरोपी पुलिसवालों पर उससे तथा उसके दोस्त से 10 लाख रुपए की मांग करने का भी आरोप लगाया था।
105 पुलिसकर्मियों सहित 126 लोगों ने दी गवाही
इस मामले को देख रहे जांच अधिकारी के मुताबिक, इस मामले में 105 पुलिसकर्मियों तथा 21 अन्य लोगों ने गवाही दी है। उनके अनुसार इस केस के ज्यादातर गवाह पुलिस अफसर हैं। ऐसे में हम उम्मीद करते हैं कि वह अदालत में नहीं मुकरेंगे और केस हमारे पक्ष में है।

Have a good day


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ये ही होना चाहिये इन पापियो के साथ..!!
और अपने इन पुलिस वाले भाइयो को इनाम देना चाहिये जिन्होंने खुले आम कसाइयो की ठुकाई की ।

जवानों द्वारा किसी तरह के नुकसान या किसी के हताहत न होने की बात सामने आई है

जम्मू। जम्मू-कश्मीर के जम्मू जिले में पाकिस्तान रेंजर्स ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे आर एस पुरा सेक्टर में भारतीय चौकियों पर गोलीबारी की।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यहां बताया कि पाकिस्तान रेंजर्स ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की आर एस पुरा सेक्टर चौकियों पर तड़के 3.10 बजे गोलीबारी की। उन्होंने इसके लिए छोटे हथियारों का इस्तेमाल किया।
अधिकारी ने कहा कि गोलीबारी घराना पक्षी अभ्यारण्य के आसपास के इलाके में की गई। इस पक्षी अभ्यारण्य में दुनिया भर से प्रवासी पक्षी जाड़े के मौसम में रहने आते हैं। जवानों द्वारा किसी तरह के नुकसान या किसी के हताहत न होने की बात सामने आई है।

yoga में ही वह जीवनशक्ति है जो मनुष्य को सदा स्वस्थ बनाये रखती है...


Monday, 22 June 2015

9 महीनों की प्रेग्नेंसी के बावजूद आधे-अधूरे हैं शरीर के कई सारे अंग -

भोपाल। मध्यप्रदेश के थाना बैरसिया के ग्राम लालरिया में एक अजीबो-गरीब बच्चे ने जन्म लिया है। इस बच्चे के कई सारे अंग आधे-अधूरे हैं तथा पूरी शक्ल ही असामान्य है। इस बच्चे को यास्मीन नाम की महिला ने स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में शनिवार शाम 7 बजे जन्म दिया। बच्चे के जन्म लेने के बाद जब डॉक्टरों ने देखा तो वो आश्चर्य में पड़ गए।
9 महीने की प्रेग्नेंसी के बावजूद ऎसा हुआ
यास्मीन के बच्चे की डिलीवरी करने वाली डॉक्टर विभा जैन के मुताबिक इस बच्चे का जन्म पूरे 9 माह की अवधि के बाद हुआ है, इसके बावजूद बच्चे का शरीर अविकसित रह गया। बच्चे के पिता का नाम नासिर है जो मजदूरी करके अपना घर चलाता है।
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Baby Rockstar...


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