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Sunday, 28 June 2015

थम जाएगी जिंदगी 30 जून को !

इस साल 30 जून साल के अन्य महीनों दिनों से लंबा होगा। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि लीप सेकेंड (अतिरिक्त सेकेंड) जुड़ने के चलते इस साल 30 जून के दिन का समय लंबा होगा। कोऑर्डिनेटेड यूनिवर्सल टाइम (यूटीसी) के अनुसार एक दिन में 86,400 सेकेंड्स होते है। यूटीसी अटॉमिक टाइम है यहां 1 सेकेंड अवधि सीसियम के एटम्स में होने वाली पूर्वानुमानित इलेक्ट्रोमैगनेटिक ट्रांजिशन्स के अनुसार मय की जाती है। वैज्ञानिकों का कहना है कि धरती का रोटेशन धीमा हो रहा है, जिसे लीप सेकेंड्स में गिना जाता है। 
 समय निर्भर करता है पृथ्वी के रोटेशन पर
इलेक्ट्रोमैगनेटिक ट्रांजिशन्स को बहुत विश्वसनीय माना जाता है। सीसियम घड़ी 1,400,000 सालों तक एक सेकेंड की भविष्यवाणी भी बिल्कुल सटीक करती है। पृथ्वी को रोटेशन पर ही पर लगने वाले समय के अनुसार एक मीन सौर दिन, यानी एक दिन की औसत लंबाई निभ्र्भर करता है। सामान्यत: पृथ्वी को एक रोटेशन पूरा करने में 86,400.002 सेकेंड लगते हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक 1820 के बाद से मीन सौर दिन 86,400 सेकेंड्स से लंबा नहीं रहा है। इसी आधार पर 30 जून को ठीक 11:59:59 यूटीसी पर 1 लीप सेकेंड जोड़ा जा रहा है।
- by PAtrika

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